पाश
पाश एक ऐसा कवि है, जिसके लिखे को मैंने खेतों की मुंडेरों पर बैठकर पढ़ा है, पढ़कर मैं हँसी हूँ, खूब रोई हूँ, बहुत उदास रही हूँ और बदली हूँ। प्रोफेसर Chaman Lal ने पाश की कविताओं का पंजाबी से हिंदी में बहुत बढ़िया अनुवाद किया है। मैं चाहती हूँ पाश को और पढ़ा जाए, पढ़ाया जाए, समझा जाए, समझाया जाए और हमेशा याद रखा जाए।

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