सोनचिरैया : बीहड़ और बारूद का पंचनामा

फिल्म 'सोनचिरैया' में न तो फिल्म Bandit Queen वाली सहजता है, न ही सुशांत सिंह राजपूत ,फिल्म Highway वाले महाबीर भाटी (रणदीप हूडा) की ruggedness का मेल कर पाए हैं लेकिन एक डॉयलोग जो खंजर की तरह चुभता है वो है जब फूलन कहती है कि औरत की जात अलग होती है। ब्राह्मण, ठाकुर, बनिया, शुद्र-ये सब मर्दों की जात होती हैं, औरत जात होती है इन सब से नीचे।
ख़ैर, मनोज बाजपाई पहले ही सीन से दिल में जगह बना लेते हैं। विशाल भरद्वाज के संगीत ने अपना धीमा असर भी छोड़ा मगर फिल्म 'सोनचिरैया' में न तो फिल्म Bandit Queen वाली सहजता है, न ही सुशांत सिंह राजपूत ,फिल्म Highway वाले महाबीर भाटी (रणदीप हूडा) की ruggedness का मेल कर पाए हैं लेकिन एक डॉयलोग जो खंजर की तरह चुभता है वो है जब फूलन कहती है कि औरत की जात अलग होती है। ब्राह्मण, ठाकुर, बनिया, शुद्र-ये सब मर्दों की जात होती हैं, औरत जात होती है इन सब से नीचे।
कहानी के हिसाब से कमज़ोर भी रहा। थोड़ी अतिनाटकीय तो है पर फ़िल्म के खत्म होने तक दर्शक, बीहड़ की धूल आँखों में और रौंद की खनक अपने कानों में लेकर ही बाहर निकलता है।
Comments
Post a Comment